Student Credit Card Yojana 2024: भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें सबसे प्रमुख चुनौती होती है शिक्षा की बढ़ती लागत। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर विभिन्न योजनाएं लागू करती रही हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख योजना है स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना।
Student Credit Card Yojana छात्रों को उनकी शिक्षा से संबंधित खर्चों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि कोई भी छात्र आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित न रह जाए। केंद्र सरकार द्वारा यह योजना खास तौर पर छात्रों को ध्यान में रखकर लाया गया है।
Student Credit Card Yojana का उद्देश्य
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आसान शर्तों पर वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। योजना के तहत छात्रों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार कर्ज उपलब्ध कराया जाता है, जो उन्हें अपनी पढ़ाई, ट्यूशन फीस, किताबें, लैपटॉप आदि की खरीदारी को आसान बनाता है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि छात्रों को कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है और उन्हें इसे चुकाने के लिए पढ़ाई पूरा होने के बाद भी समय दिया जाता है।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ
यह योजना कई राज्यों में चल रही है, लेकिन विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में इसे सबसे पहले जुलाई 2016 में लागू किया गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस योजना का उद्घाटन करते हुए कहा था कि इसका उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना है ताकि वह आत्मनिर्भर बन सके। इस योजना के तहत राज्य सरकार छात्रों को 10 लाख रुपये तक का कर्ज प्रदान करती है। इसे छात्र 15 सालों में चुका सकते हैं। इस योजना की सफलता के बाद कई राज्यों में इसे लागू किया गया।
Student Credit Card Yojana Eligiblity
- योजना का लाभ उन छात्रों को दिया जाता है जिनकी आयु 18 से 25 वर्ष के बीच हो।
- छात्रों को मान्यता प्राप्त संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करना होगा।
- इसमें इंजीनियरिंग, मेडिकल, प्रबंधन, लॉ या अन्य पेशेवर कोर्स के लिए कार्ड जारी होता है।
- यह योजना केवल भारतीय नागरिकों के लिए है और संबंधित राज्य के निवासी होना भी आवश्यक है।
Student Credit Card Yojana Documents
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लेने के लिए आपको कुछ दस्तावेज दिखाने होंगे। आईए जानते हैं कि वह कौन सा दस्तावेज है जिससे आप प्रस्तुत करके स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ ले सकते हैं।
- आधार कार्ड
- स्कूल या कॉलेज का प्रमाणपत्र
- फीस स्ट्रक्चर
- माता-पिता की आय प्रमाणपत्र
- निवास प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- अपना मोबाइल नंबर
योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता
Student Credit Card Yojana के तहत छात्रों को अधिकतम 10 लाख रुपये तक का कर्ज मिलता है। यह कर्ज विभिन्न प्रकार की शिक्षा से संबंधित खर्चों के लिए लिया जा सकता है, जैसे:
- ट्यूशन फीस: कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए आवश्यक शुल्क।
- अकादमिक फीस: किताबें, स्टडी मटेरियल, लैब चार्ज, परीक्षा शुल्क आदि।
- अन्य खर्चे: जैसे कि हॉस्टल फीस, स्टेशनरी, लैपटॉप या कंप्यूटर की खरीद, शैक्षिक टूर, आदि।
इस कर्ज को छात्र पढ़ाई पूरी होने के बाद 15 सालों में चुका सकते हैं। इसका ब्याज दर काफी कम रखा गया है, जिससे छात्रों पर आर्थिक बोझ न पड़े। कई राज्यों में इस योजना के तहत 4% से 5% तक की ब्याज दर तय की गई है, जो कि अन्य शिक्षा लोन की तुलना में काफी कम है।
Student Credit Card Yojana Application Process
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया काफी सरल है। इसके के लिए सभी पात्र छात्र आवेदन कर सकते हैं। जांच के बाद जानकारी सही पाए जानें पर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्र संबंधित राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन के दौरान छात्रों को अपने व्यक्तिगत विवरण, शैक्षिक विवरण, कर्ज की राशि और अन्य आवश्यक जानकारी भरनी होती है।
- ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद छात्रों को आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना है, जैसे कि पहचान पत्र, शैक्षिक प्रमाणपत्र और बैंक विवरण।
- आवेदन की जांच के बाद छात्रों का कार्ड मंजूर कर लिया जाता है जिसे छात्र अपनी शिक्षा से संबंधित खर्चों के लिए उपयोग कर सकते हैं।
Student Credit Card Yojana Benefits
- इस योजना के तहत छात्रों को बिना किसी जमानत के लोन मिलता है। इससे गरीब या मध्यम वर्ग के छात्रों को भी आसानी से शिक्षा के लिए कर्ज मिलता है।
- लोन पर मिलने वाली ब्याज दर काफी कम होती है। इससे छात्रों पर आर्थिक दबाव कम पड़ता है।
- इस योजना के तहत छात्र अपने कर्ज को 15 सालों में चुका सकते हैं, जिससे उन पर किसी भी तरह का दबाव नहीं होता।
- योजना के तहत छात्रों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है। क्योंकि वे अपनी शिक्षा के खर्चों को खुद वहन कर सकते हैं।



















