Key Points:
- e-KYC पूरा न करने पर रुक सकती है 1500 रुपये की मासिक किस्त
- सरकार जल्द महिलाओं के लिए बड़ा फैसला ले सकती है
- e-KYC की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2025
Key Points:
- e-KYC पूरा न करने पर रुक सकती है 1500 रुपये की मासिक किस्त
- सरकार जल्द महिलाओं के लिए बड़ा फैसला ले सकती है
- e-KYC की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2025
Ladki Bahin Yojana eKYC: माझी लाडकी बहीण योजना से जुड़ी महिलाओं के लिए जरूरी खबर है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि योजना को और मजबूत बनाने के लिए आने वाले समय में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। ऐसे में उन महिलाओं के लिए e-KYC पूरी करना बेहद आवश्यक है जिनकी प्रक्रिया अभी बाकी है।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि समय से e-KYC न करने पर 1500 रुपये की मासिक किस्त रुक सकती है। इसलिए महिलाएं अंतिम तारीख तक जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान हुई एक रैली में कहा कि सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए लगातार नई योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लाडकी बहिण योजना महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने में बड़ी भूमिका निभा रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सिर्फ 1500 रुपये देने पर नहीं रुकेगी बल्कि महिलाओं को अपना खुद का काम शुरू करने के लिए पूंजी देने की भी योजना बना रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि e-KYC की सभी दिक्कतें दूर की जाएंगी ताकि हर योग्य महिला को समय पर लाभ मिल सके।
एकनाथ शिंदे ने नाशिक जिले के सटाणा में हुई सभा में कहा कि विपक्ष ने योजना का विरोध किया था और कोर्ट तक गए थे। लेकिन जब वे मुख्यमंत्री थे तभी यह योजना शुरू हुई और अब भी यह बिना किसी रुकावट के जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक वे सरकार में हैं तब तक यह योजना कभी बंद नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा, नहीं बंद होगी योजना
नंदुरबार जिले के शहादा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी स्पष्ट कहा कि यह योजना बंद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि चुनाव के बाद योजना खत्म कर दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार अब लखपति दीदी योजना पर भी काम कर रही है ताकि महिलाएं और अधिक आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें।
अहिल्यानगर जिले के कोपरगांव में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और इसका बड़ा कारण लाडकी बहीण योजना है। उन्होंने बताया कि योजना के लिए हर साल लगभग 45 हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता पड़ती है और सरकार इसे समय पर जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वित्तीय चुनौतियों के बावजूद यह योजना सुचारू रूप से चल रही है और आगे भी इसमें कोई रुकावट नहीं आएगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजीत पवार की एनसीपी गठबंधन की सरकार है। तीनों दल स्थानीय निकाय चुनावों में इस योजना का श्रेय लेने की कोशिश में लगे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार चुनाव से पहले या बाद में लाडकी बहनों के लिए कोई बड़ा निर्णय ले सकती है।
इसी बीच सरकार ने महिलाओं को सलाह दी है कि जिनकी e-KYC अभी तक पूरी नहीं है वे जल्द से जल्द इसे पूरा कर लें। e-KYC सही लाभार्थियों तक आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए आवश्यक है। e-KYC की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। महिलाओं को ladakibahin.maharashtra.gov.in वेबसाइट पर अपनी e-KYC पूरी करनी होगी।
सिर्फ 10 स्टेप में ऐसे करें e-KYC
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट ladakibahin.maharashtra.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर e-KYC बैनर पर क्लिक करें।
- फॉर्म में आधार नंबर और कैप्चा दर्ज करें। फिर Send OTP पर क्लिक करें।
- आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए OTP को दर्ज कर Submit करें।
- ओटीपी सब्मिट करने के बाद आपके मोबाइल पर ईकेवाईसी का मैसेज आएगा।
- मैसेज में आपको बता दिया जाएगा कि आपकी ईकेवाईसी पूरी हुई या नहीं।
- यदि आपके मोबाइल से ekyc पूरी नहीं होती है तो पति या पिता का आधार नंबर डालकर OTP प्रक्रिया पूरी करें।
- अपनी जाति चुनें और दोनों घोषणाएं स्वीकार करें।
- Submit करने पर मैसेज आएगा Success।
- इस प्रकार आपकी e-KYC सफलतापूर्वक पूरी हो जाएगी।
नोट – यदि खुद से केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाते हैं तो आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर ई केवाईसी की प्रक्रिया को पूरी कर सकते हैं।
क्या है माझी लाडकी बहिण योजना?
महाराष्ट्र सरकार ने 21 से 65 वर्ष की महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की। 28 जून 2024 को तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे मंजूरी दी थी। योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये सीधे बैंक खाते में भेजे जाते हैं। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना तथा उनके स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार लाना है। अब तक योजना की 16 किस्तें जारी हो चुकी हैं।



















